धूम्रपान एक अत्यधिक हानिकारक आदत है जो धूम्रपान करने वाले और पुराने धुएं के संपर्क में आने वाले दोनों पर कई हानिकारक प्रभाव डाल सकती है। यहाँ धूम्रपान के कई हानिकारक प्रभावों में से दस हैं: कैंसर का बढ़ता जोखिम: धूम्रपान विभिन्न प्रकार के कैंसर का एक प्रमुख कारण है, जिसमें फेफड़े, गले, मुंह, अन्नप्रणाली, अग्न्याशय, गुर्दे, मूत्राशय और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर शामिल हैं। श्वसन संबंधी समस्याएं: धूम्रपान श्वसन प्रणाली को नुकसान पहुंचाता है, जिससे क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), वातस्फीति और क्रोनिक ब्रोंकाइटिस जैसी पुरानी स्थितियां होती हैं। यह अस्थमा के लक्षणों को भी खराब कर सकता है। हृदय रोग: धूम्रपान हृदय रोग में योगदान देता है और कोरोनरी धमनी रोग, दिल के दौरे, स्ट्रोक और परिधीय धमनी रोग जैसी स्थितियों के जोखिम को बढ़ाता है। फेफड़े की कार्यक्षमता कम होना: धूम्रपान फेफड़ों को अपरिवर्तनीय क्षति पहुंचाता है, जिससे फेफड़ों की क्षमता कम हो जाती है और सांस लेने में दिक्कत होती है। संक्रमण का बढ़ता जोखिम: धूम्रपान करने वालों को निमोनिया, ब्रोंकाइटिस और इन्फ्लूएंजा जैसे श्वसन संक